कुछ और पीला हमको तू साकी

खलीकर पूरी बोटल शराब की, कहेता है अभी पीना है बाकी,
अभी गम तो दिल में है बाकी, कुछ और पीला हमको तू साकी

पी रहे है अभी हम शराब को, अभी उसकी बारी आनी है बाकी,
छानी मन पर मस्ती है बाकी , कुछ और पीला हमको तू साकी

शाम हुयी अभी अभी तो शुरू, अलविदा फ़िर उसे कहेना है बाकी,
और फ़िर रात को भी आना हे बाकी,कुछ और पीला हमको तू साकी

शम्भाले हे अभी तो जाम अपने हाथो में, पय्माने को तो छलकना भी है बाकी,
हाले दिल बताना भी हे बाकि, तो फ़िर आज कुछ और पीला हमको तू साकी

-Jignesh

0 comments: